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आपका सभी सपना साकार करेगा बृहस्पति, परन्तु कैसे ?।।

आपका सभी सपना साकार करेगा बृहस्पति, परन्तु कैसे ?।। Jupiter will fulfill all your dreams, but how.

 स्वामी वेंकटेश. बालाजी ज्योतिष केन्द्र.







मित्रों, मेष लग्न की कुण्डली में अगर स्वराशिस्थ मंगल के साथ यदि गुरु बैठा हो तो ऐसा जातक अपने जीवन में उच्च से उच्च स्थान प्राप्त करता है तथा विदेश अथवा गृहमंत्री बनता है या फिर जिले का प्रमुख तो अवश्य बनता है । मेष का मंगल लग्न में तथा दुसरे भाव में गुरु हो तो ऐसा जातक भी उच्च प्रशासनिक सेवा में उच्च पदाधिकारी बनता है ।।














मित्रों, किसी कुण्डली में चंद्रमा स्वराशी या अपनी उच्च राशी में बुध के साथ बैठा हो तो ऐसा जातक अत्यन्त बुद्धिमान होता है । और ऐसा चन्द्रमा अगर कुण्डली में गुरु से दृष्ट हो तो जातक अपने जीवन में जज भी बन जाता है । द्वितीय भाव में शुक्र, दशम भाव में गुरु व षष्ठ भाव में राहू हो तो ऐसा जातक पराक्रमी शत्रुहंता होकर कुशल प्रशासनिक अधिकारी अथवा मंत्री होता है ।।




किसी केन्द्र में गुरु हो तथा नवम भाव में शुक्र बैठा हो तो जातक को राजनीति के क्षेत्र में बड़ी सफलता अवश्य मिलती है । वृषभ के चंद्रमा पर गुरु की दृष्टि कहीं से भी हो तो ऐसा जातक उच्च पदाधिकारी, शासनाधिकारी या राजनीति में उच्चतम सफलता पाता है । अगर चंद्रमा के साथ सूर्य-शुक्र भी हों और गुरु से दृष्ट हो तो समाज में प्रसिद्धि एवं सर्वत्र सम्मान पाने वाला ग्राम प्रधानादि होता है ।।

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