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एक से अधिक व्यवसाय वाले मालिक पर वास्तु का प्रभाव किस प्रकार पड़ता है ?



किसी व्यक्ति का एक से अधिक व्यवसाय हों तो उन सबमें से किसके वास्तु का प्रभाव मालिक पर किस प्रकार पड़ता है ? Ten Business, One Owner, How does the impact of Vastu.


हैल्लो फ्रेंड्सzzzzz. मित्रों, कई बार मुझे लोग इस प्रकार के सैकड़ों प्रश्न पूछते हैं कि गुरूजी वास्तु का प्रभाव क्या एक से अधिक व्यापार हो तो सभी के लिए अलग-अलग होता है या फिर मालिक एक हो तो एक ही बात होती है ? यदि किसी व्यक्ति के एक से अधिक व्यवसाय हों तो उनके वास्तु का प्रभाव किस प्रकार पड़ता है ? ये प्रश्न अवश्य ही प्रभावी है, इसको जानना आवश्यक है । तो आइये आज हम इसी प्रश्न को लेकर चर्चा करते हैं ।। किसी व्यापारी का एक से अधिक व्यापार हों तो ये बहुत ही अच्छी बात है । लेकिन मित्रों, जितना धन बढ़े जीवन में धर्म एवं सतर्कता के लिए भी उतना ही स्थान होना चाहिए । इस विषय में तो मित्रों, धर्म और सतर्कता दोनों ही सम्मिलित है इसीलिए ये वास्तु शास्त्र कहा जाता है ।। कभी भी आप ध्यान रखना कि जो व्यापारिक प्रतिष्ठान आपका वास्तु के सिद्धान्तों अनुकूल होगा, वो तो आपको लाभ-ही-लाभ प्रदान करेगा । परन्तु बाकी के व्यवसायों से भी अच्छा आर्थिक लाभ प्राप्ति हेतु एवं जहां आपका व्यापार सफलतापूर्वक बिना किसी परेशानियों के सुचारू रूप से चले ऐसा बनाना आपकी जिम्मेदारी है ।। आपके अन्य जो व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं, अगर वास्तु सिद्धान्तों के अनुकूल नहीं हैं तो निश्चित ही वहां उस व्यावसायिक स्थल के दोषों के अनुसार व्यापारी को अपने व्यापार में परेशानियों का सामना करना ही पड़ेगा । अत: आपके पास जो भी भूखंड या भवन हों उसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों के भागीदार भी आपही होंगे ।। वास्तु विजिटिंग के लिये तथा अपनी कुण्डली दिखाकर उचित सलाह लेने एवं अपनी कुण्डली बनवाने अथवा किसी विशिष्ट मनोकामना की पूर्ति के लिए संपर्क करें ।।

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।।। नारायण नारायण ।।।

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