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केमद्रुम योग का स्पष्टिकरण ।।



केमद्रुम योग का स्पष्टिकरण ।। Explanation of Kemdraum yoga.




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केमद्रुम योग - मित्रों, ज्योतिष में चंद्रमा से निर्मित एक महत्वपूर्ण योग है केमद्रुम योग ।।


वृहज्जातक में वाराहमिहिर के अनुसार यह योग तब बनता है जब चंद्रमा के आगे या पीछे वाले भावों में कोई ग्रह ही न हो ।।


अर्थात चंद्रमा से दूसरे घर में और चंद्रमा से द्वादश घर में कोई भी ग्रह नहीं हो । यह योग इतना भी अनिष्टकारी नहीं होता जितना कि वर्तमान समय के ज्योतिषियों ने इसे बना दिया है ।।


मित्रों,  आपको इससे भयभीत नहीं होना चाहिए क्योंकि यह योग व्यक्ति को सदैव बुरे प्रभाव नहीं देता अपितु वह व्यक्ति को जीवन में संघर्ष से जूझने की क्षमता एवं ताकत देता है ।।


जिसे अपनाकर जातक अपना भाग्य निर्माण कर पाने में सक्षम हो सकता है और अपनी बाधाओं से उबर कर आने वाले समय का अभिनंदन कर सकता है ।।




  
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।।। नारायण नारायण ।।।

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