पराशरहोराशास्त्रम् अध्याय-20, राजयोगादिफलाध्यायः । राजयोग चतुर्थ खण्ड एवं उसका फल. Horashastra Lession-20 RajYoga Part-4 And His Fal.
मित्रों, इस विडियो में बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम् के अध्याय-20वें में वर्णित राजयोग चतुर्थ खण्ड अर्थात् श्लोक संख्या ५ एवं उसके फल की विस्तृत चर्चा की गयी हैं ।।
राजयोग चतुर्थ खण्ड एवं उसके फल का विस्तृत वर्णन बृहत्पाराशर होराशास्त्रम् के 20वें अध्याय में किया गया हैं । राजयोगादिफलाध्यायः में राजयोग के सभी महत्वपूर्ण विषयों का विस्तृत वर्णन किया गया है ।।
अति दरिद्र घर में जन्म लेने वाला जातक भी अपने जीवन में इन योगों के वजह से कैसे जीवन के सर्वोच्च ऊँचाई पर पहुँच जाता है, इस बात का विस्तृत वर्णन है । तो आइये जानें इस विडियो टुटोरियल में राजयोग चतुर्थ खण्ड में श्लोक नंबर 5 एवं उसके फल के विषय में -
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