Header Ads Widget

लग्न भाव से सम्बंधित कुछ प्रमुख योग ।।

हैल्लो फ्रेंड्सzzzzz.

  Har Har Mahadeva.


लग्न भाव से सम्बंधित कुछ प्रमुख योग ।। Lagna Bhava And Your Horoscope Yoga.


============================================
============================================


१.लग्नेश शुभग्रह होकर यदि धन भाव में स्थित हो, तो वह व्यक्ति अपने जीवन में निश्चय ही अकस्मात् धन प्राप्त करता है तथा उस धन का सदुपयोग भी करता है ।।


२.यदि किसी कुण्डली में लग्नेश दुसरे भाव में हो, दुसरे भाव का मालिक ग्रह यदि एकादश (लाभ) भाव में बैठा हो और एकादश भाव का स्वामी ग्रह यदि लग्न में हो तो भी निश्चय ही अकस्मात् धन प्राप्त करता है ।।


३.निर्बल लग्नेश ४/५/९ वें भाव में बैठा हो या अष्टमेश भी यदि ४/५/९ वें भाव में बैठा हो तो ऐसा जातक जिसके साथ रहता है, उसका दिवाला निकालने वाला होता है ।।


४.पंचमेश यदि किसी जातक की कुण्डली में लग्न भाव में बैठा हो तो वह जातक अतुलनीय संपत्ति का मालिक होकर समस्त ऐश्वर्यों को भोगता है ।।


५.किसी जातक की कुण्डली में यदि सप्तमेश, नवमेश, एकादशेश तीनों लग्न में बैठे हों, तो ये जमींदार योग कहलाता है । ऐसा जातक ढेरों जमीन का मालिक होकर नौकर-चाकरों से घिरा रहता है ।।


My Official Page - https://www.facebook.com/astroclassess



Post a Comment

0 Comments