हैल्लो फ्रेण्ड्सzzz,
मित्रों, इस संसार में जो कुछ भी बनाया जाता है, उसका उद्देश्य इन्सान की मदद करना होता है । लेकिन कुछ लोग सभी अच्छे सूत्रों, अच्छे पदों का दुरुपयोग करने लगते हैं । जैसे नेताओं को देश सेवा हेतु पब्लिक चुनती है, परन्तु बहुत से नेता देश के खजाने को ही चुना लगाने लगते हैं । सरकारी विभाग में उच्च पदों पर बैठे कुछ उच्च पदाधिकारीगण अपने पदों का दुरुपयोग करके जिनकी सेवा हेतु नियुक्त हैं, उन्हीं का शोषण करते हैं ।।
ठीक उसी प्रकार कुछ तन्त्र विद्या के जानकार लोग इन सर्वहितकारी विद्या का दुरुपयोग करके लोगों का अहित करते हैं । जिससे धर्म की बदनामी तो होती ही है, लोगों की आस्था भी धर्म पर से जाती रहती है । हमें इन विनाशकारी विद्याओं को बहुत ही सोंच-समझकर करना होगा जिससे धर्म की खोयी हुई प्रतिष्ठा वापस लौट सके और इससे लोगों का भला हो ।।
इन विद्याओं में "विद्वेषण" जैसी खतरनाक तांत्रिक क्रियाओं द्वारा पति-पत्नि में झगडे करवा दिए जाते हैं । फिर वे आपस में ही एक दूसरे के दुश्मन बन जाते हैं । जैसे "ताडन" ये भी एक भयानक तांत्रिक क्रिया है, जिसके द्वारा व्यक्ति को बीमार कर दिया जाता हैं । जिसके वजह से सैकड़ों ईलाज के बाद भी उस व्यक्ति की बीमारी ही पकड में नहीं आती है । भले ही व्यक्ति इलाज करवा-करवा कर थक जाये फिर भी उसे कोई लाभ नहीं होता हैं ।।
"स्तंभन" मित्रों, ये एक ऐसी तांत्रिक क्रिया है, जिससे तथा अन्य टोने-टोटकों द्वारा व्यापार-व्यवसाय, ट्रक-बस तथा खेती आदि तक को भी बाँध दिया जाता है । जिसके वजह से घर में धन की आवक एवं दुकान की ग्राहकी भी सोंच से भी ज्यादा कम हो जाती हैं । जिसपर ये प्रयुक्त किया जाता है, उस व्यक्ति के उपर कर्ज दिनोंदिन बढता ही जाता हैं एवं अंत में लाखों-करोडों का घाटा हो जाता हैं ।।
"मारण" इसका प्रयोग अर्थात् मूठ द्वारा व्यक्ति को मार दिया जाता है । ठंडी मूठ मार दी जाती है तो व्यक्ति बहुत समय तक बीमार रहता है और फिर तडप-तडप कर मर जाता है । "उच्चाटन" जैसी तांत्रिक क्रियाओं एवं टोनों-टोटकों को घरों में कर दिये जाते हैं तो फिर घरों में "उच्चाटन" होने लग जाता है । अर्थात् घरों में छोटी-छोटी बातों पर लडाई-झगडे होने लग जाते हैं । घर से सुख-शांति एवं बरकत दोनों ही चली जाती हैं । घर का धन व्यर्थ के कार्यों में खर्च होने लगता है, परिणाम स्वरूप धीरे-धीरे पूरा घर बर्बाद हो जाता हैं ।।
"वशीकरण" मित्रों, इस विद्या के द्वारा स्त्री-पुरूषों को तथा लडके-लडकियों को वश में करने के लिए प्रयोग करते हैं । इस विद्या के द्वारा अपने सामने वाले की बुद्धि बांध दी जाती है जिससे वो वही करता हैं जो उन्हें वश में करने वाला कहता हैं । वश में किया हुआ व्यक्ति अपना भला-बुरा कुछ भी नहीं समझ पाता हैं ।।
कई बार तो वह व्यक्ति मान-मर्यादा को त्यागकर कई गलत कदम उठा लेता हैं । परिणाम यह होता है कि जीवन नर्क बन जाता हैं । तांत्रिक मंत्रों द्वारा कुछ वस्तु सिद्ध कर ली जाती है, और फिर उसे मिठाई शराब अथवा पान आदि में मिलाकर खिला दिया जाता है। परिणाम यह होता है, उस व्यक्ति के कारण घर वालों का जीना हराम हो जाता है ।।
मित्रों, कई बार तो किसी ईर्ष्यालु के कहने से कोई तांत्रिक अपनी क्रियाओं द्वारा किसी स्त्री की कोख भी बांध देता है । जिसके वजह से उस स्त्री को सबकुछ सामान्य होते हुए भी कभी संतान नहीं हो पाती हैं । कई बार मारण प्रयोग डिलेवरी के समय कर दिया जाता है तो बच्चा जन्म लेने के बाद बीमार हो जाता हैं एवं कभी-कभी तो उसकी अकालमृत्यु भी हो जाती हैं । तांत्रिक क्रियाओं द्वारा स्त्रीयों के मासिक धर्म संबंधी रोग, गुप्त रोग एवं असाध्य रोग भी उत्पन्न कर दिये जाते हैं ।।
लेकिन मित्रों, हमारे शास्त्रों में ऐसे बहुत से देवी-देवताओं के कवच एवं मन्त्रों का वर्णन है, जिसके माध्यम से इस प्रकार की क्रियाओं को आसानी से निष्क्रिय किया जा सकता है । अथवा जैसे कांटे से ही कांटा निकलता है, ठीक उसी प्रकार तांत्रिक क्रियाओं की शांति के लिए तांत्रिक मन्त्रों का प्रयोग किया जा सकता हैं ।।
इस बात का ध्यान रखना चाहिए की यदि तांत्रिक क्रियाओं का निराकरण या समाधान समय पर नहीं गया, तो व्यक्ति मौत के मुंह में पहुँच जाता है । उस व्यक्ति का व्यापार-व्यवसाय, खेती आदि सब कुछ बरबाद हो जाता हैं एवं उसका जीवन नर्क बन जाता हैं । पति-पत्नि के बीच प्रतिदिन लडाई-झगडे एवं क्लेश होते रहते हैं । घर के युवान बच्चों के शादी-विवाह में रूकावटें आने लगती हैं । घर में पति-पत्नि कभी सुख एवं शान्ति से नहीं रह पाते हैं, शायद कोई ऐसा ही कारण हो ।।
अपने लेखों के माध्यम से मैं सदैव इस प्रकार के प्रभावी मन्त्रों का वर्णन हम करते रहते हैं, जिससे इस प्रकार के किसी अनिष्टकारी प्रयोगों को निष्क्रिय किया जा सकता है । इसलिए आप हमारे फेसबुक के इस पेज को लाइक करें और इस प्रकार के उपायों को सहजता से पढ़ें । और हाँ आगे अपने आनेवाले आर्टिकल्स में मैं इन विद्याओं के प्रयोग एवं इसको निष्क्रिय करने के सहज एवं आसान उपायों का भी वर्णन करेंगे ।।
मित्रों, पञ्चम भाव से जानें पुत्र प्राप्ति का समय । सन्तान योग पर विस्तृत चर्चा पाराशर होराशास्त्र के आधार पर करते हुए आइये जानें की आपको पुत्र कब होगा, आपके जीवन में पुत्र का सुख कितना होगा, आपके पास आपका पुत्र कितने वर्षों तक रहेगा अथवा मृत्यु को प्राप्त होगा ? जानिए इस विडियो टुटोरियल में - https://youtu.be/rCVXLAEttM8
मित्रों, इस संसार में जो कुछ भी बनाया जाता है, उसका उद्देश्य इन्सान की मदद करना होता है । लेकिन कुछ लोग सभी अच्छे सूत्रों, अच्छे पदों का दुरुपयोग करने लगते हैं । जैसे नेताओं को देश सेवा हेतु पब्लिक चुनती है, परन्तु बहुत से नेता देश के खजाने को ही चुना लगाने लगते हैं । सरकारी विभाग में उच्च पदों पर बैठे कुछ उच्च पदाधिकारीगण अपने पदों का दुरुपयोग करके जिनकी सेवा हेतु नियुक्त हैं, उन्हीं का शोषण करते हैं ।।
ठीक उसी प्रकार कुछ तन्त्र विद्या के जानकार लोग इन सर्वहितकारी विद्या का दुरुपयोग करके लोगों का अहित करते हैं । जिससे धर्म की बदनामी तो होती ही है, लोगों की आस्था भी धर्म पर से जाती रहती है । हमें इन विनाशकारी विद्याओं को बहुत ही सोंच-समझकर करना होगा जिससे धर्म की खोयी हुई प्रतिष्ठा वापस लौट सके और इससे लोगों का भला हो ।।
इन विद्याओं में "विद्वेषण" जैसी खतरनाक तांत्रिक क्रियाओं द्वारा पति-पत्नि में झगडे करवा दिए जाते हैं । फिर वे आपस में ही एक दूसरे के दुश्मन बन जाते हैं । जैसे "ताडन" ये भी एक भयानक तांत्रिक क्रिया है, जिसके द्वारा व्यक्ति को बीमार कर दिया जाता हैं । जिसके वजह से सैकड़ों ईलाज के बाद भी उस व्यक्ति की बीमारी ही पकड में नहीं आती है । भले ही व्यक्ति इलाज करवा-करवा कर थक जाये फिर भी उसे कोई लाभ नहीं होता हैं ।।
"स्तंभन" मित्रों, ये एक ऐसी तांत्रिक क्रिया है, जिससे तथा अन्य टोने-टोटकों द्वारा व्यापार-व्यवसाय, ट्रक-बस तथा खेती आदि तक को भी बाँध दिया जाता है । जिसके वजह से घर में धन की आवक एवं दुकान की ग्राहकी भी सोंच से भी ज्यादा कम हो जाती हैं । जिसपर ये प्रयुक्त किया जाता है, उस व्यक्ति के उपर कर्ज दिनोंदिन बढता ही जाता हैं एवं अंत में लाखों-करोडों का घाटा हो जाता हैं ।।
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"वशीकरण" मित्रों, इस विद्या के द्वारा स्त्री-पुरूषों को तथा लडके-लडकियों को वश में करने के लिए प्रयोग करते हैं । इस विद्या के द्वारा अपने सामने वाले की बुद्धि बांध दी जाती है जिससे वो वही करता हैं जो उन्हें वश में करने वाला कहता हैं । वश में किया हुआ व्यक्ति अपना भला-बुरा कुछ भी नहीं समझ पाता हैं ।।
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Mandir Faliya, Amli, Silvassa. 396 230.
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