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नवों ग्रहों की शुभ दशा का फल ।।



नवों ग्रहों की शुभ दशा का फल ।। Navon Grahon Ki Shubh Dasha Ka Phal.


मित्रों, आइए आज जानने का हम प्रयास करते हैं, की किसी जातक की कुंडली में कोई भी ग्रह यदि शुभ हो तो वो ग्रह उस जातक को क्या फल देता है ?।।

सूर्य की शुभ दशा में जातक नवीन, औषधि, मार्ग, विष, दुर्जनता, पर्वत, हाथी के दांत, मृगचर्म, क्रूरता, राजा, संग्राम आदि इन सभी उपायों से धन लाभ प्राप्त करता है । विशेषकर के राजा से धन लाभ होता है । एवं धैर्य, उद्योग, तीक्ष्णता, सुयश और प्रताप की वृद्धि, लोक में सम्मान एवं आधिपत्य आदि की प्राप्ति होती है ।। चंद्रमा की शुभ दशा में स्त्री संगम, मृदुता, मार्ग गमन, जल, बर्फ, दूध, रस, गुड़, चीनी आदि से धन लाभ होता है । क्रीडा, ब्राह्मणों से मंत्र का लाभ, पुष्प, वस्त्र, मिष्ठान्न भोजन, तीक्ष्णता से अभीष्ट सिद्धि, गुरु जन और राजा से आदर, बुद्धि और धैर्य की पुष्टि होती है ।।

मंगल की शुभ दशा में राजा, चोर, व्यापार, शत्रु के ऊपर विजय, सर्प, विष, शस्त्र, बंधन, कूट अर्थात नकली वस्तु, भूमि, बकरा, भैंस, तांबा, सोना, वेश्या, युवा, मदिरा, कसैला और कटु अर्थात मिर्च आदि एवं रस आदि वस्तुओं से बहुत धन-धान्य का लाभ होता है ।। बुध की शुभ दशा में पुत्र, मित्र, धनाढ्यता, राजा और व्यापारी इन लोगों से धन लाभ । घोड़ा, भूमि, स्वर्ण, मोती, सुयश, प्रशंसा, राजदूतत्व, अधिक सुख, सौभाग्य की वृद्धि, बुद्धि, प्रतिष्ठा, धर्म कार्यों से सिद्धि, हास्य में प्रेम, शत्रुओं का नाश, गणित, चित्र और लेखन क्रिया में विशेष रुचि होती है ।।

गुरु की शुभ दशा में मंत्री, राजा, नाटक आदि नीति से धन लाभ, मान, गुण, प्रताप और मित्रों की वृद्धि, स्त्री, स्वर्ण, पशु, वाहन आदि का लाभ, मंगल और पुष्टि का उदय, शत्रु का नाश, राजाओं से मित्रता, जनता, राजा, व्यापारी और गुरुजनों से धन लाभ होता है ।। शुक्र की शुभ दशा में विजय, भूमि, गृह, शय्या, स्त्री, माला, वस्त्र, सुंदर भोजन, यश, हर्ष और निधि की प्राप्ति होती है । संगीत से प्रेम, स्त्री का संग, राजा और खेती से धन लाभ होता है । ज्ञान, अभिष्ट सुख, मित्र तथा रति काम उपभोग के योग्य वस्तुओं की प्राप्ति होती है ।।

शनि की शुभ दशा में जातक को गधा, ऊंट, भैंस आदी पशुओं का लाभ, कुलटा या वृद्धा स्त्री का संसर्ग, कुलथी, तिल, कोदो आदि अन्न का लाभ, समुदाय, गांव या नगर का अधिकार भी प्राप्त होता है । ऐसे जातकों को जनता के द्वारा सम्मान भी प्राप्त होता है । लोहा आदि धातु का लाभ, अपने पक्ष के लोगों में स्थिर रूप से स्थान का लाभ प्राप्त होता है ।।

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।।। नारायण नारायण ।।।

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