घर में किस प्रकार का कछुआ कहाँ किस दिशा में और क्यों रखना चाहिए - वास्तु टिप्स ।। Kachhuaa Kahan Kis Disha Me Rakhen.
हैल्लो फ्रेंड्सzzz. मित्रों, संसार में जितने तरह के लोग हैं, उतने प्रकार के तर्क भी हैं। मैं आज सुबह अपने एक मित्र के घर पर गया । वहां उनके घर में एक जीवित कछुआ था जो चल भी रहा था । उन्होंने मुझसे कहा - गुरूजी ! आप तो वास्तु विशेषज्ञ हैं । इसके बारे में आपका क्या ख्याल है ?
मैंने उनको बताया की देखिये हमारे वैदिक सनातन पद्धति में कोई भी विषय अकारण नहीं है । लेकिन हर विषय की एक सीमा होती है । स्वार्थ और लालच में पड़कर किसी भी सीमा का उल्लंघन मैं नहीं समझता की फलदायी हो सकता है ।। हमारी ही विद्या को लोगों ने चुराकर हमें ही बेचना शुरू कर दिया और हमारे ही लोग हमारी ही विद्या की उपेक्षा करते हैं और उन्हें अपनाते हैं । मैंने पूछा इस विषय में आपका क्या ख्याल है ? तो वो चुप हो गए ।।
अभी मैं बैठा था तो मुझे लगा की इस विषय पर समाज में फैले इस भ्रम के विषय में कुछ कहना आवश्यक है । तो इस विषय में मेरे विचार ये है, कि किसी भी प्राणी को अपने स्वार्थ और लालच के वजह से बन्दी बनाना अच्छी बात नहीं है । इससे मुझे लगता है, कि फायदे के जगह नुकशान झेलना पड़ सकता है ।। हाँ कुछ ऐसे प्राणी हैं, जिन्हें हम मानवों का संगत अच्छा लगता है । और जिन्हें हमारे पूर्वज ऋषियों ने अपने पास पालतू बनाकर रखने की अनुमति भी दी है । लेकिन स्वार्थ और लालच से पूर्ण कोई भी ऐसा उद्देश्य व्यक्ति को फायदा नहीं दे सकता ।।
मित्रों, चलिए कछुए की बात कर लेते हैं क्यों रखना चाहिए घर में कछुआ ? सर्व प्रथम आपलोगों को ये बता दूँ कि संसार में जितने प्राणी पाये जाते हैं उनमें से कछुए की उम्र सबसे ज्यादा होती है । और जैसे जैसे कछुए की उम्र बढ़ती जाती है वैसे वैसे कछुए का आकार भी बड़ा होते जाता है ।। इसीलिए कछुए को अपने घर में धन और व्यापार की नित्य वृद्धि के लिए हमारे शास्त्रों में इसे धन और व्यापार की दिशा उत्तर दिशा में ही रखने को बताया गया है । उत्तर दिशा में कछुआ रखने से हमारे घर में धन की और व्यापार में नित्य सहजता से वृद्धि होती रहती है ।।
कछुए का ऊपरी हिस्सा कठोर होता है, जो स्थायित्व का प्रतिक है । इसलिए ऐसी मान्यता है, कि कछुए को घर में रखने से इसके प्रभाव हमारे धन और हमारी प्रतिष्ठा में स्थायित्व आता है । हमारे जीवन के सभी पक्षों में स्थायित्व आये इसलिए हमें अपने घर में कछुआ रखना चाहिए ।। कछुआ एक ऐसा प्राणी होता है, जो विपरीत परिस्थिति आने पर अपने आपको समेट लेता है और जब परिस्थिति अनुकूल होने लगती है तब फिर से सक्रिय हो जाता है । इसका अभिप्राय ये है, कि जब हमारे जीवन में हमारे व्यापार में प्रतिकूलता आती है, तो ये कछुआ हमें धैर्य देता है और परिस्थिति के अनुकूल होते ही ये हमें आगे बढ़ने का मार्ग सहज बना देता है । इसलिए अपने घर में कछुए को रखकर हमें जीवन जीने का तरीका भी समझ में आ जाता है ।।
कैसा और किस प्रकार का कछुआ अपने घर में रखना चाहिए ? आप अपने घर में चाँदी के हलके गहरे तथा छिछले जैसे प्लेट में हल्का पानी रखकर पंचधातु का बना हुआ कछुआ अपने घर में रखा सकते हैं । हल्का चाँदी मिलाकर बनाया हुआ पारद का कछुआ आप अपने घर में रख सकते हैं ।। स्फटिक का कछुआ जिसपर श्रीयन्त्र बना हुआ हो, अगर ऐसा कछुआ मिले तो आप अवश्य अपने घर के पूजन स्थल पर किसी चाँदी के प्लेट में अष्टगंध भरकर उसके ऊपर स्थापित करें । आपके जिन्दगी की दशा एवं दिशा ही बदल जाएगी ।।
अगर धनतेरस पर आपको कुछ न कुछ खरीदना ही है तो शुद्ध स्फटिक का विशिष्ट रूप से श्री विद्या के द्वारा सिद्ध किया गया श्री यन्त्र क्यों न खरीदें ? जो माता महालक्ष्मी का साक्षात् स्वरूप भी है, जिसे आपके घर दीपावली में आने से साक्षात् माता महालक्ष्मी की पूर्ण कृपा आने की संभावनाएं हैं ।। तो आज ही अपना आर्डर लिखवाएं श्री यन्त्र का । ताकि आपका श्रीयन्त्र धनतेरस के दिन सिद्ध करके तैयार हो जाय । ताकि उसे आप धनतेरस अथवा दीपावली को अपने घर विराजमान करवा सकें ।।
============ श्री यन्त्र के विषय में अधिक जानने के लिए इस लिंक को क्लिक करें - http://www.sansthanam.com/shree-yantram.php
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संपर्क करें:- बालाजी ज्योतिष केन्द्र, गायत्री मंदिर के बाजु में, मेन रोड़, मन्दिर फलिया, आमली, सिलवासा ।।
।।। नारायण नारायण ।।।

हैल्लो फ्रेंड्सzzz. मित्रों, संसार में जितने तरह के लोग हैं, उतने प्रकार के तर्क भी हैं। मैं आज सुबह अपने एक मित्र के घर पर गया । वहां उनके घर में एक जीवित कछुआ था जो चल भी रहा था । उन्होंने मुझसे कहा - गुरूजी ! आप तो वास्तु विशेषज्ञ हैं । इसके बारे में आपका क्या ख्याल है ?
मैंने उनको बताया की देखिये हमारे वैदिक सनातन पद्धति में कोई भी विषय अकारण नहीं है । लेकिन हर विषय की एक सीमा होती है । स्वार्थ और लालच में पड़कर किसी भी सीमा का उल्लंघन मैं नहीं समझता की फलदायी हो सकता है ।। हमारी ही विद्या को लोगों ने चुराकर हमें ही बेचना शुरू कर दिया और हमारे ही लोग हमारी ही विद्या की उपेक्षा करते हैं और उन्हें अपनाते हैं । मैंने पूछा इस विषय में आपका क्या ख्याल है ? तो वो चुप हो गए ।।
अभी मैं बैठा था तो मुझे लगा की इस विषय पर समाज में फैले इस भ्रम के विषय में कुछ कहना आवश्यक है । तो इस विषय में मेरे विचार ये है, कि किसी भी प्राणी को अपने स्वार्थ और लालच के वजह से बन्दी बनाना अच्छी बात नहीं है । इससे मुझे लगता है, कि फायदे के जगह नुकशान झेलना पड़ सकता है ।। हाँ कुछ ऐसे प्राणी हैं, जिन्हें हम मानवों का संगत अच्छा लगता है । और जिन्हें हमारे पूर्वज ऋषियों ने अपने पास पालतू बनाकर रखने की अनुमति भी दी है । लेकिन स्वार्थ और लालच से पूर्ण कोई भी ऐसा उद्देश्य व्यक्ति को फायदा नहीं दे सकता ।।
मित्रों, चलिए कछुए की बात कर लेते हैं क्यों रखना चाहिए घर में कछुआ ? सर्व प्रथम आपलोगों को ये बता दूँ कि संसार में जितने प्राणी पाये जाते हैं उनमें से कछुए की उम्र सबसे ज्यादा होती है । और जैसे जैसे कछुए की उम्र बढ़ती जाती है वैसे वैसे कछुए का आकार भी बड़ा होते जाता है ।। इसीलिए कछुए को अपने घर में धन और व्यापार की नित्य वृद्धि के लिए हमारे शास्त्रों में इसे धन और व्यापार की दिशा उत्तर दिशा में ही रखने को बताया गया है । उत्तर दिशा में कछुआ रखने से हमारे घर में धन की और व्यापार में नित्य सहजता से वृद्धि होती रहती है ।।
कछुए का ऊपरी हिस्सा कठोर होता है, जो स्थायित्व का प्रतिक है । इसलिए ऐसी मान्यता है, कि कछुए को घर में रखने से इसके प्रभाव हमारे धन और हमारी प्रतिष्ठा में स्थायित्व आता है । हमारे जीवन के सभी पक्षों में स्थायित्व आये इसलिए हमें अपने घर में कछुआ रखना चाहिए ।। कछुआ एक ऐसा प्राणी होता है, जो विपरीत परिस्थिति आने पर अपने आपको समेट लेता है और जब परिस्थिति अनुकूल होने लगती है तब फिर से सक्रिय हो जाता है । इसका अभिप्राय ये है, कि जब हमारे जीवन में हमारे व्यापार में प्रतिकूलता आती है, तो ये कछुआ हमें धैर्य देता है और परिस्थिति के अनुकूल होते ही ये हमें आगे बढ़ने का मार्ग सहज बना देता है । इसलिए अपने घर में कछुए को रखकर हमें जीवन जीने का तरीका भी समझ में आ जाता है ।।
कैसा और किस प्रकार का कछुआ अपने घर में रखना चाहिए ? आप अपने घर में चाँदी के हलके गहरे तथा छिछले जैसे प्लेट में हल्का पानी रखकर पंचधातु का बना हुआ कछुआ अपने घर में रखा सकते हैं । हल्का चाँदी मिलाकर बनाया हुआ पारद का कछुआ आप अपने घर में रख सकते हैं ।। स्फटिक का कछुआ जिसपर श्रीयन्त्र बना हुआ हो, अगर ऐसा कछुआ मिले तो आप अवश्य अपने घर के पूजन स्थल पर किसी चाँदी के प्लेट में अष्टगंध भरकर उसके ऊपर स्थापित करें । आपके जिन्दगी की दशा एवं दिशा ही बदल जाएगी ।।
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।।। नारायण नारायण ।।।
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