Header Ads Widget

अथ नवनाग स्तोत्रम् ।। NavNag Stotram.



अथ नवनाग स्तोत्रम् ।। NavNag Stotram.

मित्रों, आप सभी में से जिनकी जन्मकुण्डली में कालसर्प दोष है, 



तो आप सायं-प्रातः इस नवनाग स्तोत्र का जप करें, इससे आपको बहुत ही अद्भुत लाभ होगा ।।




अनंतं वासुकिं शेषं पद्मनाभं च कंबलं ।
शंखपालं धृतराष्ट्रं तक्षकं कालियं तथा ।।



एतानि नव नामानि नागानां च महात्मनाम् ।
सायंकाले पठेन्नित्यं प्रातःकाले विशेषतः।।
तस्य विषभयं नास्ति सर्वत्र विजयी भवेत् ।।


  
वास्तु विजिटिंग के लिये तथा अपनी कुण्डली दिखाकर उचित सलाह लेने एवं अपनी कुण्डली बनवाने अथवा किसी विशिष्ट मनोकामना की पूर्ति के लिए संपर्क करें ।।

किसी भी तरह के पूजा-पाठ, विधी-विधान, ग्रह दोष शान्ति आदि के लिए तथा बड़े से बड़े अनुष्ठान हेतु योग्य एवं विद्वान् ब्राह्मण हमारे यहाँ उपलब्ध हैं ।।


संपर्क करें:- बालाजी ज्योतिष केन्द्र, गायत्री मंदिर के बाजु में, मेन रोड़, मन्दिर फलिया, आमली, सिलवासा ।।

WhatsAap & Call:   +91 - 8690 522 111.
E-Mail :: astroclassess@gmail.com


।।। नारायण नारायण ।।।


Post a Comment

0 Comments